What is the Interest, Simple Interest and compound interest?
Interest - Financeमें इंटरेस्ट एक पेमेंट है जो कर्ज लेने वाले को देना पड़ता है और अगर किस ने बैंक में डिपॉज़िट किया है तो उसे डिपॉज़िट यानि मूलधन पर जो पैसा मिलता है उसे इंटरेस्ट या ब्याज कहते हैं ।
दुसरे शब्दों में कहें तो इंटरेस्ट, पैसे को ब्याज पर लेने या बैंक में डिपॉज़िट करने की इनाम राशि है ।
उदहारणमान लीजिये किसी बैंक में आपने 1 लाख रूपये का फिक्स डिपॉज़िट किया उस कुछ राशि आपको इनाम के तौर पर दी गयी जैसे 7000 रूपये तो यह 7000 की राशि आपका ब्याज होगा और उसकी दर 7% के हिसाब से होगी हो गई है।
(Simple Interest)इसे हिंदी में साधारण ब्याज कहा जाता है, यह एक सरल गणना करने तरीका है मूलधन पर लगे हुए ब्याज का, इसका इस्तेमाल आज भी बैंकिंग, नॉन बैंकिंग सेक्टर में किया जाता है जैसे फिक्स डिपाजिट जिनकी अवधि १ वर्ष से कम, सर्टिफिकेट डिपाजिट ,इत्यादि में होता है |
(Compound Interest)आपने बहुत सी बार पुराने लोगों से सुना होगा ब्याज पर ब्याज इसे ही कंपाउंड इंटरेस्ट या हिंदी में चक्रवृद्धि ब्याज़ कहा जाता है, बहुत से विद्वानों का मानना है कि यह दुनिया का 8वा अजूबा है |
अल्बर्ट आइंस्टीन ने एक समय कहा था-
"ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली बॉल चक्रवृद्धि ब्याज है"
जहाँ आपको साधारण ब्याज में सिर्फ मूलधन पर ही ब्याज मिलता है वहीँ चक्रवृद्धि ब्याज़ में आपको न सिर्फ आपके मूलधन बल्कि आपके मूलधन पर लगे हुए ब्याज से संचित हुई राशि (मिश्रधन) पर भी ब्याज लगता है इसका उपयोग बैंकिंग, नॉन बैंकिंग सेक्टर में बहुत सी जगहों पर किया जाता है जैसे लम्बे समय के लिए होम लोन, पर्सनल लोन कार लोन इत्यादि में ।
जहाँ
- A - राशि
- P - मूलधन
- n - समय
- r - ब्याज दर
- t - समय है